संसद की कार्यवाही में सबसे ज्यादा हो हल्ला टीएमसी नेताओं ने मचाया लेकिन भाजपा नेताओं के निशाने पर राहुल गांधी ही है क्यो?
भाजपा विपक्ष में रहते संसदीय लोकाचार का सम्मान करते हुए सदन की कार्यवाही नही चलते देती थी भाजपा संसद जब संसद नही चलने देते थे, उस वक्त आम जनता का नही भाजपा नेताओं का कार्यकर्ताओं का पैसा बर्बाद हो रहा था, मोदी सरकार में विपक्ष पेगासस जासूसी मामले और कृषि बिल पर संसद नही चलने दे रही हेै तो पूर्व केंद्रिय मंत्री रविशंकर प्रसाद देश की जनता को बता रहे है कि विपक्ष के हंगामे के चलते आम जनता का 130 करोड़ रूपये बर्बाद हो गया, लेकिन उन्होंने देश की जनता को नही बताया कि जब भाजपा संसद नही चलने देती थी तो उस वक्त भाजपा नेताओं का कितना नुक्सान हुआ था? इतिहास में भाजपा सांसदों के द्वारा संसद नही चलने देने का मामला दर्ज है, क्योकि कांग्रेस लम्बे समय सत्ता में थी इसलिए विपक्ष की जिम्मेदारी भाजपा के नेताओं के कंधो पर थी और उन्होंने संसद नही चलने देने के लिए नये नये तरीके इजाद किये थे,जिसे वह एक उपलब्धि के तौर पर जनता को सामने पेश करते थे, क्योकि भाजपा सांंसदों को राष्ट्रहित की चिंता रहती थी इसलिए वह अपने पैसों की बर्बादी करके हुए संसद नही चलने देते थे। मोदी सरकार आने के बाद संसद की कार्यवाही आम जनता के पैसों से होने के कारण उन्हें देशहित के साथ ही विपक्ष के हो हल्ला की चिंता सताने लगी है। पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद संसद नही चलने देने के लिए टीएमसी नेताओं का जिम्मेदार बताने की जगह कांग्रेस को जिम्मेदार बता कर राजनीतिक राटियां सेेंकने का काम कर रहे है। श्री प्रसाद ने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब तक एक राजवंश के हितों की रक्षा की जाती है तब तक संसद को काम करने की अनुमति दी जाती है, लेकिन उन्होंने नही बताया कि जब एक राजवंश का काम संसद में होता था तो उस वक्त भाजपा के सांसद उनके इस काम में सहयोग करते थे या हो हल्ला करते थे, क्योकि देश को यह जानने का भी हक है। देश की हर समस्या के लिए मोदी सरकार में भी कांग्रेस ही जिम्मेदार है ऐसे हालातों में विपक्ष के हंगामे के लिए कांग्रेस को मोदी सरकार कैसें क्लीन चिट दे सकते है, जबकि टीएमसी के नेताओं के द्वारा राज्य सभा में कागज फांडने व हो हल्ला करने के लिए अध्यक्ष के द्वारा कार्यवाही की गयी है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा की पूरी राजनीति कांग्रेस के इर्दगिर्द टिकी हुई है, क्योकि विपक्ष के अन्य दलों को निशाना बनाना आसान नही है, ना जाने किस मोड़ पर उनकी जरूरत पड़ जाये, इसके सबसे आसान टारगेट राहुल गंाधी को चुन कर देश की जनता को गुमराह करने में लगे है।