एनडीए प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू को निर्विरोध निर्वाचित करने की मांग करके कांग्रेस को घेरा
भाजपा, जनजाति गौरव समाज के माध्यम से बस्तर में अपने खोये जनाधार को वापस पाने के लिए एनडीए द्वारा घोषित राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का सहारा ले रही है? यह सवाल इसलिए चर्चा का विषय बन गया है क्योकि जनजाति गौरव समाज के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की जीत पर फटाखे व शपथ ग्रहण कार्यक्रम को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए एलईडी लगाने की बात कही है, साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियों से समाज के पदाधिकारियों ने निर्विरोध चुनाव जीताने की अपील करके कही ना कही राज्य में सत्त्ता रूप कांगे्रेस को भी घेरने की कोशिश की है, क्योकि कांग्रेस विपक्ष के राष्ट्रपति प्रत्याशी यशवंत सिन्हा का समर्थन कर रही है।
कांग्रेस पर आदिवासी महिला विरोधी का आरोप भी आने वाले समय लगेगा
छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद बस्तर भाजपा का एक मजबूत किले में तब्दिल हो गया था लेकिन झीरम नक्सली घटना के बाद कांग्रेस भाजपा के इस मजबूत किले में सेंधमारी करने में सफल रही और पिछले विधानसभा चुनाव में जहंा बस्तर की सभी 12 सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा वही बस्तर लोकसभा सीट भी खोनी पड़ गई। भाजपा बस्तर में अपना जनाधार को मजबूत करने के लिए एनडीए के प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू का सहारा लेती दिखाई दे रही है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि एनडीए का राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू आदिवासी महिला होने के चलते भाजपा नेताओं को उम्मीद है कि आदिवासी बहुत क्षेत्रों में अपना जनाधार को मजबूत करने में भी सहायक हो सकता है, जिसके मद्देनजर जनजाति गौरव समाज के पदाधिकारियों ने सभांग मुख्यालय जगदलपुर के सर्किट हाऊस में पत्रवार्ता करके आदिवासी महिला को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनने से जनजाति समुदाय में हर्ष का माहौल है। आदिवासियों को मिले इस सम्मान पर जनजाति गौरव समाज फटाखे के साथ ही मिठाई बांटी जायेगी। जनजाति गौरव समाज के पदाधिकारियों ने आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का निर्विरोध निर्वाचित हो इसकी भी मांग करके कही ना कही राज्य में सत्ता रूढ़ दल कांगे्रस पर भी निशाना साधा।
भाजपा के मजबूत किले में कांग्रेस ने झीरम घटना के बाद सेंधमारी करने का मौका मिला, सवाल यह है कि भाजपाई, आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बना कर क्या आदिवासी बाहुल बस्तर में अपने खोये जनाधार को वापस पा सकेगी, राजनीतिक जानकारों का मानना हे कि कांगे्रस द्वारा एनडीए प्रत्याशी का समर्थन नही करने पर भाजपाई इसे आदिवासी महिला विरोधी बताने की कोशिश करेगें।