कैप्टन बाना सिंह विपक्ष के साथ मिलकर मोदी सरकार को बदनाम तो नही कर रहे है?
मोदी सरकार की अग्रिपथ योजना जरूर भाजपाईयों और मोदी जी के समर्थकों को समझ में आ गयी है, लेकिन सेना के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित हो चुके पूर्व सैनिक कैप्टन बाना सिंह को यह योजनां समझ में नही आने के कारण वह इस योजना पर सवाल उठा रहे है? मोदी सरकार के मंत्रियों के साथ ही सेना के अधिकारियों ने भी देश की जनता को समझाने का मोर्चा संभालने के बाद भी सेना से जूडे लोगों को समझ में नही आ रहा है। क्या कैप्टन बाना सिंह भी विपक्ष के साथ मिलकर मोदी सरकार को बदनाम करने का षडयंत्र तो नही रच रहे है? क्योकि उन्होनें भी कहा कि यह योजना गलत है,आपकों ऐसा प्रोग्राम करने से पहले लोगों से बात करनी चाहिए थी, ऐसा नही होता कि घर बनने के बाद देखा जाए कि वो कैसा बना है। अंग्रेजों ने भी ऐसा तोहफा नही दिया था भारत को, जो हमारे देश के उच्त्राधिकारी, हमारे प्रधानमंत्री ने किया है, ये सरासर गलत है ये नही होना चाहिए।
अग्रिपथ योजना के बाद छात्रों के उग्र प्रदर्शन करके सरकारी संपत्ति को जमकर नुक्सान पहुंचाया। मोदी सरकार अपनी पूरानी रणनीति पर चलते हुए इस मामले पर भी विपक्ष को घेरते हुए कहा कि वह छात्रों को गुमराह कर रही है। गोदी मीडिया में मोदी सरकार की इसी रणनीति को आगे बढ़ते हुए विपक्ष को घेरने के लिए एकजूट होकर देश की जनता को यह समझाने में लग गया कि अग्रिपथ योजना के सहारे वह मोदी सरकार को बदनाम करने में लगा है, जिस तरह पूर्व में किसान आंदोलन या सीएए के आंदोलन के माध्यम से कर रहा था। अग्रिपथ योजना से सेना व युवाओंा को होने वाले लाभ के बारे में बताने के लिए मोदी सरकार के सभी मंत्री के साथ ही भाजपा कार्यकर्ता समझाने में जूट जाने के बाद भी सेना के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन बाना सिंह को यह योजना नही समझ पाने के चलते वह इस योजना के माध्यम से मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि कर कुछ रहे है हो कुछ रहा है, तानाशाही सी है कि ये तो लागू करके ही छोड़ेगे. अगर ऐसी ही हालत रही तो देश का कहीं पलटा ही ना हो जाए… फौज को खिलौना बना दिया है। उन्होंने अग्रिपथ योजना को समझाने के लिए आये तीनों सेना के शीर्ष अधिकारियों को भी घेरते हुए कहा कि सेना के अधिकारी कभी भी सरकार के विरोध में नही बोल सकते है। विपक्ष में भी अग्रिपथ योजना के मामले पर तीनों सेना के शीर्ष अधिकारियों को सामने करने पर मोदी सरकार पर सवाल उठाये थे । कैप्टन बाना सिंह भी अग्रिपथ योजना के मामले पर विपक्ष की भाषा बोल रहे है, ऐसे में क्या कैप्टन बाना सिंह विपक्ष के साथ मिल कर मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है? यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब मोदी सरकार के मंत्री व भाजपाई ही दे सकते है। क्योकि कैप्टन बाना सिंह को कहना है कि अग्रिपथ योजना हमें बुरी तरह नुकसान पहुंचाएगी।
नोटबंदी की भरपाई नही हो सकी है
नोटबंदी के वक्त भी मोदी सरकार के मंत्री व भाजपा नेता देश की जनता को नोटबंदी के लाभ बताते के लिए बहुत पसीना बहाया था, लेकिन नोटबंदी से ना ही आतंकवाद खत्म हुआ और ना ही नक्सलवाद, भ्रष्टाचार भी अपने पुराने दिनों की तरह ही फलता फूलता रहा वही स्विस बैंक में कालाधन में भी इजाफा होता जा रहा है।, जिन वादों के साथ नोटबंदी लाई गयी थी वह पूरा नही हो सके है, वही मोदी सरकार देश की जनता को अभी तक नही बता सकी है कि नोटबंदी के बाद भी किये गये वादे किन कारणों से पूरे नही हो सके है। कही ऐसा ही हाल अग्रिपथ योजना का भी हो गया तो निश्चित ही नोटंबदी की तरह उसकी भी भरपाई कर पाना मुश्किल हो जायेगा।