May 1, 2025

एनसीबी का गवाह ही एनसीबी को कटघरे में खड़ा किया

आर्यन खान मामले पर परतें खूल रही है, एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ी
रिया चक्रवर्ती के बाद आर्यन खान मामले पर भी एनसीबी को असफलता ही हाथ लगने वाली है

मोदी सरकार की एनसीबी गुजरात के मुंद्रा पोर्ट में ड्रग्स की पकड़ी गयी बड़ी खेप वैसी सक्रियता नही दिखाई जितनी सक्रियता शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान के पास मिली कुछ ग्राम ड्रग्स पर दिखाने से इस पूरे मामले का राजनीतिकरण होना था और हुआ भी। आर्यन खान जमानत नही मिलने पर एनसीपी के नेता छगन भुजबल ने कहा कि शाहरूख खान भाजपा में शामिल होते ही आर्यन खान के पास मिला ड्रग्स शक्कर में बदल जायेगा। वही संजय राऊत ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि एनसीबी ने गवाह से सादे कागज पर दस्तखत करवाए , ये हैरान करने वाला है, इसके अलावा रिपोट्स ये भी है कि इस मामले पर बड़ी रकम की मांग की गई है। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र को बदनाम करने की यह कोशिश है, पुलिस को इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। जबकि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री व एनसीपी नेता नवाब मलिक ने लिखाा कि सत्य ही जीतेगा… सत्यमेव जयते। गौरतलब है कि इस मामले पर नवाब मलिक कई दिनों से एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाने के साथ ही समीर वानखेड़े को चेतावनी दी है कि उन्हें सालभर में अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।
आर्यन खान के मामले पर परते धीरे धीरे खुलती दिखाई दे रही हेै, रिया चक्रवती मामले क्या पर एनसीबी को करार झटका मिलने के बाद क्या आर्यन खान के मामले पर भी झटका मिलने जा रहा है? क्योकि खबरों के अनुसार एनसीबी ने जिस प्रभाकर सेल को गवाह बनाया है उसने हलफनामे में कहा है कि वह प्राइवेट जासूस केपी गोसावी का अंगरक्षक है, उसने केपी गोसावी और सैम डिसूजा नाम के शख्स के बीच 18 करोड़ के डील की बात सुनी है, जिसमें 8 करोड़ एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। साथ ही यह भी लिखा है कि केपी गोसावी से कैश लिया था और जाकर सैम डिसूजा को दिया था। प्रभाकर सेल का दावा है कि एनसीबी के छापेमारी के बाद उसने शाहरूख की मैनेजर पूजा ददलानी , केपी गोवासी और सैम डिसूजा को एक नीेले रंग की मर्सिडीज कार में एक साथ बैठे देखा था। जिसके बाद गोवासी ने उसे गवाह बनाने के लिए कहा और एनसीबी ने उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर करने के साथ ही आधार कार्ड भी लिया।
एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े ने आरोपो को निराधार बताते हुए कहा कि पैसों का लेनदेेन हुआ होता तो कोई जेल में क्यो होता। वही दूसरी तरफ समीर वानखेड़े ने मुंबई कमिश्रर को एक चिट्ठी लिखकर इस बात से अवगत कराया कि मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है, कोई गलत इरादों के साथ ऐसा करने की कोशिश कर रहा है। इसलिए गलत आरोपों के आधार पर मुझ पर कार्रवाही न की जाए। ज्ञात हो कि प्राइवेट जासूस गोसावी की एक सेल्फी खूब चर्चा में आई थी जो उन्होंने आर्यन खान के साथ ली थी।2 अक्टूबरको गोसावी की ये तस्वीर सामने आई थी उस वक्त आर्यन खान को कू्रज में छापेमारी के बाद हिरासत में लिया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार आर्यन खान की याचिका में कहा गया है कि एनसीबी ने उनकी व्हाट्सएप चैट्स की व्याख्या गलत की है, जो पूरी तरह से अनुचित है। एनसीबी को आर्यन के पास से कोई ड्रग नही मिला है वही अरबाज मर्चेट और आचित कुमार के अलावा उसका किसी भी अन्य आरोपी से कोई भी संबंध नही है।

एनसीबी की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
रिया चक्रवती के बाद एनसीबी ने आर्यन खान के माध्यम से एक बार फिर बॉलीवुड में ड्रग्स के कारोबार का पर्दा उठाने की असफल कोशिश उस वक्त की है जब गुजरात के मुदं्रा बंदरगाह में बड़ी मात्रा में अफगानिस्तान से लायी गयी ड्रग्स पकड़ी है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि एनसीबी जिस मुस्तैदी के साथ आर्यन खान या रिया चक्रवती के मामले पर काम करती दिखाई दी अगर मुंद्रा बंदरगाह में लायी गयी ड्रग्स के मामले पर वैसी सक्रियता दिखाती तो ड्रग्स के बड़े कारोबार के चेहरे से नकाब उठा सकता था जो पूरे देश में नशे का कारोबार कर रहे है। एनसीबी ड्रग्स पीने वालों को पकड़ कर ड्रग्स कारोबार बंद करने की जो कोशिश कर रही है उससे यह कारोबार कभी भी बंद नही होने वाला है, क्योकि ड्रग्स पीने वालों से ज्यादा खतरनाक ड्रग्स का कारोबार करने वाले है लेकिन मोदी सरकार की एनसीबी मुंद्रा बंदरगाह में पकडी गयी ड्रग्स की जांच में किसे पकड़ा है यह रहस्य बना हुआ है।

 

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