May 2, 2025

पीएम को यूपी में आवारा पशुओं की समस्या दिखाई दी !

समाजवादी पार्टी नेताओं की यूपी में आवारा पशुओं की समस्या को चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश अंतत: कामयाब हो गयी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विधानसभा चुनाव के वक्त इस बात का एहसास हुआ कि योगी सरकार में आवारा पशुओं की समस्या बड़ी है, इस समस्या के निजाद के लिए उन्होंने एक बार फिर भाजपा सरकार बनाने के लिए वोट मांगा है। उन्नाव की चुनावी सभा में उन्होंने कहा कि आज लोगों को छुट्टा जानवरों से जो परेशानी होती है उसे दूर करने के लिए 10 मार्च के बाद नई व्यवस्थाएं बनेगी. उन्नाव के भाइयों और बहनों, मेरे ये शब्द लिखकर रखिए, ये मोदी बोल रहा है, और आपके आर्शीर्वाद के साथ बोल रहा है। जो पशु दूध नहीं देता है उसके गोबर से भी आय हो, ऐसे व्यवस्था मेैं आपके सामने खड़ी कर दूंगा, और एक दिन ऐसा आएगाा कि छुट्टा पशु जो हैं न, लोगों को लगेगा कि यार इसे भी बांध लो, इससे भी कमाई होने वाली है। उन्होंने जनसभा में उपस्थित लोगों को यह नही बताया कि डबल इंजन की सरकार होने के बाद विधानसभा चुनाव बार लॉच करने वाली योजना पहले क्यों लॉच नही की। चुनाव में वोट मांगने के लिए ही क्या इस योजना को छिपा कर रखा गया था। क्योकि समाजवादी पार्टी आवारा पशुओं की समस्या को एक चुनावी मुद्दा में तब्दिल कर दिया है। जिसके चलते भी भाजपा की मुश्किलें बढ़ गयी है, क्योकि आवारा जानवरो के चलते किसानों के साथ ही साथ आम जनता भी परेशान है।

आवारा पशुओं की समस्या के निराकरण की योजना क्यों पांच साल छिपा कर रखी गई

यूपी के पिछले विधानसभा चुनाव में गाय एक अहम मुद्दा था लेकिन इस चुनाव में आवारा पशुओं की समस्या एक चुनावी मुद्दा है। जिसके चलते पांच साल इस समस्या पर ध्यान नही देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनावी सभा में यह कहना पड़ रहा है कि आवारा पशुओं की समस्या से निजाद पाने के लिए एक बार फिर भाजपा को वोट दें, ताकि गोबार से आमदानी का रास्ता खेलकर यूपी जनता के अच्छे दिन लाये। गौरतलब है कि आवारा पशु किसानों के लिए एक गंभीर समस्या बन गया है, खुले में घूम रहे पशु खेतों की फसल बर्बाद करने के साथ ही लोगों पर हमले भी कर रहे है। बुंलेदखंड सहित राज्य के अधिकांश क्षेत्रों के किसानों का कहना है कि 2017 में बीजेपी की सरकार आने के बाद इस समस्या में इजाफा हुआ है। स्थानीय पशु बाजार बंद हो गये है, जानवरों की ढुलाई बंद है, अवैध बूचडख़ाने बंद है और गाय संरक्षण नीति लागू है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आवारा जानवरों की समस्याओं के मुद्दे को उठाते रहे है,जिसके चलते यह एक चुनावी मुद्दा बन गया है जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस समस्या पर बोलने को मजबूर होना पड़ा। समाजवादी पार्टी ने वादा किया है कि सत्ता में आयी तो बाबा, बुल और बुल्डोजर से मुक्ति मिलेगी, साथ ही उन्होंने सांडो के हमले से मृत परिजनो को पांच -पांच लाख रूपऐ का मुआवजा देने का भी वादा किया है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ध्रुवीकरण की इस राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यूपी की आवारा पशुओं की समस्या नजर आयी यही एकबड़ी बात है, अगर इस समस्या का समय रहते समाधान कर लेते तो भाजपा को यूपी का चुनाव पाकिस्तान , जिन्ना, इस्लामाबाद, गजवा ए हिंद ,हिजाब,बुर्का , मथुरा , अयोध्या जैसे मुद्दों पर चुनाव नहीं लडऩा पड़ता ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *