बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पहली बरसात भी नही झेल पाया
उत्तरप्रदेश की डबल इंजन सरकार में बना बुंदेलखंड एक्सप्रेस हाईवे जिसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, पहली बारिश भी नही झेल पाया, एक्सप्रेस हाईवे में करीब 8 फीट लंबा और 1 फीट गहरा गड्ढा होना यही संकेत दे रहा है कि योगी सरकार में भी भ्रष्टाचार का बोलबाल पूर्व सरकारों की तरह ही कायम है। एक्सप्रेस वे धंसने की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने इस लेन को बंद करके मरम्मत में जूट गया है, लेकिन इस घटना नेे साबित कर दिया कि योगी सरकार के राज्य मंत्री दिनेश खटिक ने अपने इस्तीफे में अधिकारियों की मनमानी और भ्रष्टाचार का जो उल्लेख किया था, वह धरातल में पूरी तरह सही हैै। भाजपा आलाकमान ने जरूर दिनेश खटिक के इस्तीफे का विवाद सुलझा लिया है लेकिन यूपी में भ्रष्टाचार का विवाद इससे सुलझता दिखाई नही दे रहा है।
भ्रष्टाचार खत्म किये बगैर कैसे रामराज्य आयेगा?
भाजपाई विपक्ष की सरकारों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाती रही है लेकिन डबल इंजन वाली उत्तरप्रदेश में बने बुलंदेखंड एक्सप्रेस हाईवे निर्माण में भ्रष्टाचार की जानकारी योगी सरकार को पता नही लगना सही संकेत दे रहा है कि योगी सरकार में भी भ्रष्टाचार का खेल पूर्व की सरकारों की तरह ही चल रहा है, लेकिन विपक्ष के आरोपों को खारिज करके अपनी ईमानदारी साबित करने में जरूर कामयाब होते रहे है, योगी सरकार के भ्रष्टाचार की जो सच्चाई विपक्ष सामने नही ला सका था, वह सच्चाई पहली बरसात ने सामने आ दी। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का पांच दिनों पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया उस एक्सप्रेस वे में जालौन के छिरिया सलेमपुर के पास सड़क में करीब 8 फीट लंबा व एक फीट गड्डा हो गया है, जिसके चलते कई वाहन भी दुर्घटना ग्रस्त भी हो गये। प्रशासन ने इस लेन को बंद कर दिया है। उच्च क्वालिटी का एक्सप्रेस वे जो योगी सरकार में बना हो वह पहली बारिस का सामाना नही कर पाने से योगी सरकार के राज्यमंत्री दिनेश खटिक के इस्तीफा देने के पूर्व योगी सरकार पर लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोप धरातल में सही साबित होते दिखाई दे रहे है। भाजपा आलाकमान ने खटिक विवाद को समाधान करके योगी सरकार की हो रही किरकिरी से मुक्ति दिलाने का प्रयास किया, लेकिन बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के धंस जाने से यह सवाल एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना गया है कि यूपी में रामराज्य लाने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का निर्माण तो करें? बुंदेलखंड एक्स्रेस हाईवे में जानवरों के झुंड भी दिखाई दे रहे है, जो यही साबित करता है कि गुणवक्ता में समझौता का खेल योगी सरकार में भी जारी है। भाजपा सांसद वरूण गांधी ने इस मामले पर प्रोजेक्ट के मुखिया, संबंधित इंजीनियर और जिम्मेदार कंपनियों को तत्काल तलब कर उन पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करने की मांग जरूर की है लेकिन योगी सरकार इस मामले पर कोई कार्यवाही करती है या नही इस पर सभी की नजर है।
आरोप सही साबित हुए
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुंदेलखंड एक्सपे्रेस वे के धंसने पर कहा कि ये है भाजपा के आधे अधूरे विकास की गुणवक्ता का नमूना उधर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का बड़े लोगों ने उद्घाटन किया और एक हफ्ते बाद भ्रष्टाचार के बड़े बडे गड्ढे निकल आए, अच्छा हुआ इस पर रनवे नही बना। गौरतलब है कि सपा प्रमुख ने उद्धघाटन के दौरान भी सवाल उठाये थे कि आधे अधूरे एक्सप्रेस वे का उद्धाटन में जल्दबंाजी में किया गया है।