बांग्लादेश ने लॉकडाउन लगाने का फैसला किया, चुनाव के चलते भारत मेंं अप्रैल में नही लग सकता है लॉकडाउन
कोरोना की दूसरी लहर का आंतक देश में जारी है, अप्रैल माह में मोदी सरकार चाह करके भी लॉकडाउन लगाने का फैसला पूर्व की तरह नही ले सकती है क्योकि बंगाल मेंं आठ चरणों का चुनाव के चलते सरकार सक्त कदम नही उठा सकती है, चुनाव आयोग द्वारा आठ चरणों पर चुनाव कराने को लेकर विपक्षी दल पूर्व में ही सवाल उठा चुके है, कि भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए इतना लंम्बा चुनाव कराया जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बांग्लादेश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए वहां की सरकार ने 5 अप्रैल से एक हफ्ते का देशव्यापी लॉकडाउन लगाने का फैसला ले लिया है, वही बांग्लादेश से सटे बंगाल में आठ चरणों के चुनाव के चलते लॉकडाउन लगाने पर विचार भी केंद्र सरकार नही कर सकती है। सरकार बंगाल चुनाव खत्म होने के बाद ही देशव्यापी लॉकडाउन के फैसले पर विचार कर सकती है। गौरतलब है कोरोना की दूसरी लहर में भारत में संक्रमण की र$फतार बेकाबू होती जा रही है, भारत में एक दिन में 89, 129 मामले आने से ब्राजील दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। मोदी सरकार ने देश के 11 राज्यों की हालत चिंताजनक बताई है, जिसमें केरल व तमिलनाडु राज्य भी शामिल है जहां पर विधानसभा चुनाव होने वाले है लेकिन इन दिनों राज्यों मेंं एक ही चरण में चुनाव आयोजित किये गये है। चुनाव आयोग ने बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने का फैसला कही ना कही कोरेाना की दूसरी लहर को भारत में संक्रमण फैलाने का भरपुर मौका उपलब्ध करा रहा है क्योकि जब तक चुनाव नही हो जाते है तब तक देशव्यापी लॉकडाउन का फैसला नही लिया जा सकता है, छोटे छोटे लॉकडाउन से कोरोना संक्रमण रूक पायेगा यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब किसी के पास नही है क्योकि पूर्व में देश में पूर्ण लॉकडाउन के बाद भी कोरेाना के मामले में कमी नही आयी थी तो छोटे छोटे लॉकडाउन सिर्फ टाईमपास के साधन मात्र है।