May 2, 2025

निगम प्रशासन को अपनों की चिंता है, आम जनता की नही

स्टेट बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के सामने डिवाइडर नही छोड़ गया, पुराने टाटा कार्यालय व काले नर्सिग होम के सामने डिवाइडर छोडऩे का प्रस्ताव एमआईसी ने किया पास

निगम में सत्तारूढ कांगे्रेस सरकार धरमपुरा रोड़ में निजी लोगों को लाभ पहुचंाने के लिए डिवाइडर में रास्ता छोड़ रही है जबकि स्टैट बैंक का क्षेत्रीय कार्यालय भी इसी रोड़ पर स्थित है वहां पर निगम प्रशासन डिवाइडर में रास्ता नही छोड़ रही है। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि निगम में सत्तारूढ़ कांग्रेस की सरकार आम जनता की जगह निजी लोगों को लाभ पहुंचा रही है।
कांग्रेस नेता मोदी सरकार पर शासकीय संपत्ति बेचने का आरोप लगा रहे है, बस्तर संभाग मुख्यालय में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार खूल्ले आम डिवाइडर निर्माण में यातायात नियमों का उल्लंघन करके मनमाने तरीके से धरमपुरा रोड़ में अपने चेहते लोगों को लाभ पहुंचानेे के लिए रास्ता छोड़ रही है, एमआईसी की बैठक में पुराने टाटा कार्यालय के साथ ही काले नर्सिग होम के सामने रास्ता छोडऩे का प्रस्ताव पास करके यातायात के निमयों की खूल्ले आम धज्जियां जा रही है लेकिन यातायात विभाग भी इस पूरे मामले पर अभी मौन ही साधे हुए है। गौरतलब है कि इस जगह पर कोई भी रास्ता नही मिलने के कारण निगम प्रशासन सिर्फ कुछ रसूकदार लोगोंं केा लाभ पहुुंचाने की एक नयी परंपरा विकसित किया है। गौरतलब है कि इसी रोड़ पर स्टेट बैंक का श्रेत्रीय कार्यालय भी स्थित है जहां पर रोजाना बड़ी संख्या में लोग आते हेै, निगम प्रशासन ने वहां पर डिवाइडर को छोड़ कर आम जनता को राहत पहुचंाने की कोशिश नही करना साबित करता है कि निगम सरकार की अपने लोगों को कितनी चिंता है, जिसका आरोप वह मोदी सरकार पर लगाते है। ज्ञात है कि यातायात विभाग के प्रभारी कौशलेंद्र देवांगन का कहना है कि निर्माण एजेंसी के साथ मिल धरमपुरा रोड़ में बालाजी मंदिर, साई मंदिर व एमपीएम अस्पताल के पास ही रास्ता छोड़ जायेगा लेकिन निगम प्रशासन ने इसमें संसोधन करते हुए एमआईसी बैठक में धरमपुरा रोड़ में पांच जगहों पर डिवाइडर छोड़े जाने का फैसला लेकर स्पष्ट कर दिया कि निगम प्रशासन निजी लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए सारे निगम कानून का ताक में रख सकती है, परंतु स्टेट बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के सामने आने जाने के लिए डिवाइडर नही छोड़ सकता है। भाजपा नगर मंडल के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने भी डिवाइडर में मनमाने तरीके से जगह छोडऩे पर सवाल उठाया है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सत्ता में जो भी काबिज है वह मानमानी करने से बांज नही आ रहा है कांग्रेसी मोदी सरकार पर जरूर निशाना साध रहे है लेकिन जगदलपुर नगरनिगम में वह भी डिवाइडर निर्माण में यातायात नियमों को पूरी तरह से नजरअंदाज करके मनमानी तरीके से अपने चेहतों को लाभ पहुचंाने की कोशिश कर रहे है। राजनीति में दलों के झंडे अलग हो सकते है परंतु सत्ता मिलने के बाद काम एक जैसा ही करते है, धरमपुरा डिवाइडर इसका जीता जागता उदाहरण है।

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