लडख़ड़ाती अर्थव्यवस्था पर मोदी भक्तों का भरोसा भी टूट रहा है, नया वेंचर चालू करने की जगह नौकरी करना ही उचित समझा चौधरी जी ने
किसान आंदोलन, सीएए, देश में कोरोना फैलाव सहित धु्रवीकरण के मुद्दे का डीएनए करने वाले सुधीर चौधरी क्या अपने किये गये वादे से मुकरने का डीएनए करेगें ? जिसमें उन्होंने जी न्यूज से इस्तीफा देने के बाद अपने चाहने वालों से वादा किया था कि मैं एक नया वेंचर शुरू करने जा रहा हूं, उसे लेकर आपकों मुझ पर गर्व होगा। जिसका चाहने वालों को इंतजार था लेकिन मोदी सरकार की तर्ज पर ही महगांई के वादे को भूला कर नया वेंचर शुरू करने की जगह आज तक में सलाहकार संपादक के तौर पर ज्वाइन कर लिया है।
सुधीर चौधरी ने जी न्यूज छोड़ा नही, जी वालों ने सुधीर चौधरी को छोडऩे पर मजबूर किया
मोदी सरकार की तारीफ में कसीदे पढऩे वाले तथा विपक्षी दलों का डीएनए करनेे वाले सुधीर चौधरी के द्वारा इंडिया टूडे ग्रुप में ज्वाइन करने से इस बात पर मूहर लग गई कि जी न्यूज से सुधीर चौधरी ने इस्तीफा नही दिया, बल्कि जी न्यूज से उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया है, लेकिन इस पर पर्दा डालने के लिए सुधीर चौधरी के इस्तीफे का नाटक किया गया, जिमसें जी न्यूज ने भी हर संभव मदद की। क्योकि इस्तीफे के बाद सुधीर चौधरी ने कहा था कि मैंने अपने अंदर की आवाज को सुनते हुए भारी मन से यह फैसला लिया है, मुझे उम्मीद है कि मैं जो नया वेंचर शुरू करने जा रहा हूं उसे लेकर आपकों मुझ पर गर्व होगा। जी न्यूज के मालिक एन चंद्रा ने भी सुधीर चौधरी के नये वेंचर के लिए बधाई दी। लेकिन ताकतवर मोदी सरकार में लडख़ड़ाती अर्थव्यवस्था में सुधीर चौधरी ने नया वेंचर शुरू करने की जगह इंडिया टूडे ग्रुप में सलाहकार संपादक के पद पर ज्वाइन करके देश को बता दिया कि जी न्यूज को मैंने नहीं छोडा था, बल्कि जी न्यूज वालों ने ही मुझे छोडऩे का फैसला लिया था, कई सालों की मेहनत के चलते जी न्यूज वालें ने ऐसी कहानी लिखने में सहयोग किया ताकि देश की जनता को लगे कि सुधीर चौधरी को जी न्यूज से खदेड़ा नही गया है। इस पटकथा को मजबूती प्रदान करने के लिए सुधीर चौधरी ने कहा कि अपना नया चैनल खोलने के लिए जी न्यूज छोड़ है। लेकिन कहा जाता है कि झूठ की जिंंदगी ज्यादा दिनों की नही होती है, सुधीर चौधरी का झूठ देश के सामने इतने जल्न्दी आ जायेगा इसकी भी उम्मीद सुधीर के चाहने वालों को तो बिलकुल नही थी। इस मामले ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि जो सुधीर चौधरी मोदी सरकार की प्रशंसा करते अपने कार्यक्रम डीएनए में नही थकते थे, लेकिन देश की लडख़ड़ाती अर्थव्यवस्था से पूरी तरह अवगत होनेे के कारण नये चैनल की जगह दूसरे चैनल में नौकरी करना उचित समझा। जो अप्रत्यक्ष रूप से इशारा कर रहा है कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत कितनी खराब है कि मोदी सरकार का गुणगान करने वाले पत्रकार भी नये चैनल खोलने का साहस नही बटोर पाने के कारण अपने किये गये वादे से मुकरने को मजबूर है। इंडिया टृडे ग्रुप के चेयरपर्सन कली पुरी ने सुधीर चौधरी के आज तक जॉइन करने की जानकारी साझा करते हुए कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सुधीर चौधरी आज तक में सलाहकार संपादक के रूप में हमारे साथ जुडेंगे। सुधीर और आज तक हमारे 100 मिलियन दर्शकों के लिए उनके एंकर किया गया एक रोमांचक नया शो लिए सहयोग कर रहे हैं। यह शो न्यूज डायरेक्टर सुप्रिया प्रसाद के देखरेख में होगा।
दो हजार की नोट में चिप बताने वाले पत्रकार एक चैनल में
दो हजार की नोट में चिप होने की बात सुधीर चौधरी ने अपने डीएनए में बताने के साथ ही आज तक की एंकर श्वेता सिंह ने भी दो हजार के नोट में चिप होने की बात कही थी। सुधीर चौधरी के आज तक में ज्वाइन करने के बाद स्पष्ट हो गया कि दो हजार के चिप की जानकारी देने वाले दोनों पत्रकार अब आज तक में आ गये है।