मनमोहन सरकार में पेट्रेाल के बढ़ते दामों में चिंतित होने वाले मोदी सरकार में पेट्रेाल के शतक मारने के बाद भी मौन है
अमिताभ बच्चन व अक्षय कुमार क्या भाजपा के कार्यकर्ता है? यह सवाल इसलिए उठने लगा है क्योकि पेट्रेाल का दाम शतक मार चुका है इसके बाद भी यह दोनों अभिनेता भाजपा कार्यकर्ता की तरह इस मामले पर चुप्पी साधे है। गौरतलब है कि मनमोहन सरकार के दौरान पेट्रोल के बढ़ते दामों को लेकर महानायक अमिताभ बच्चन व अभिनेता अक्षय कुमार ने ट्वीट किया कर जनता की परेशानियों पर तत्कालीन सरकार का ध्यान खीचने की कोशिश की थी, जो निश्चित ही एक अच्छी कोशिश थी, लेकिन वर्तमान में हालात बेकाबू होने के बाद भी यह दोनों अभिनेताओं की चुप्पी को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है। महाराष्ट्र कांग्रेस ने इन दोनों अभिनेताओं पर पेट्रेाल के बढ़ते दामों पर ट्वीट करने के लिए दबाब बना रही है। सवाल यह है कि क्या महानायक अमिताभ बच्चन व अक्षय कुमार भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है जो अंध भक्तों की तरह इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहे है। मोदी के भक्त दावा कर रहे है कि अगर सौ रूपये क्या पांच सौ रूपये में भी पेट्रोल लेगें, उसी सोच पर यह दोनों अभिनेता भी काम करते दिखाई दे रहे है, क्योकि मनमोहन सरकार में पेट्रोल के बढ़ते दामों पर चिंता जाहिर करने वाले यह दोनों अभिनेता मोदी सरकार में पेट्रेाल के बढ़ते दामों पर मौन साधना आम जनता के साथ ही राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है। गौरतलब है कि बॉलीवुड़ कुछ दिनों पूर्व अमेरिका पॉप स्टार रिहाना के किसान आंादोलन के समर्थन में ट्वीट के बाद सामने आया था जिसकों लेकर भी सवाल उठ रहे है कि मोदी सरकार के दवाब में अभिनेताओंं ने ट्वीट किया था, जिसकी जांच महाराष्ट्र सरकार कर रही है।