गृहमंत्री अमित शाह बयान के बाद से अटकलों का बाजार गर्माया
क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बाद उनकी कुर्सी कौन संभालेगा यह दौड़ शुरू हो गई है? यह सवाल गृहमंत्री अमित शाह के इस बयान के बाद उठने लगा है जिसमें उन्होंने कहा कि आज दुनिया में कोई भी समस्या हो जब तक भारत के पीएम मोदी जी का बयान नही आता, तब तक दुनिया कभी भी समस्या पर अपना विचार तक नही करता है। राजनीतिक जानकार गृहमंत्री के इस बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चापलूसी के तौर पर देख रहे है, क्योकि सच्चाई इससे कोसों दूर है। चीन भारतीय सीमा में अतिक्रमण प्रधानमंत्री से पूछे बगैर ही किया होगा जिसकों खाली करने के लिए 16 दौर की बातचीत के बाद भी चीन पीछे हटने को तैयार नही है, रक्षामंत्री और विदेशमंत्री कई बार कह चुके है कि चीन सीमा पर तनावपूर्ण हालात बने हुए है। इसके अलावा देश में महंगाई की समस्या भी प्रधानमंत्री से पूछे बगैर ही लगातार बढ़ती जा रही है। सवल यह है कि जब देश की समस्याओं पर नियंत्रण नही है तो दुनिया की समस्याओं का कैसे नियंत्रण होगा ?
डॉलर के मुकाबले रूपये मोदी सरकार में सबसे निचले स्तर पर पहुंचने के बाद भी गृहमंत्री अमित शाह का यह कहना कि आज दुनिया की कोई भी समस्या हो जब तक भारत के पीएम मोदी जी का बयान नही आता, तब तक दुनिया कभी भी समस्या पर अपना विचार नही रखती है, यह संदेश दे रहा है कि मोदी जी के बाद कौन प्रधानमंत्री बनेगा, इसकी रेस पार्टी के अंदर ही शुरू हो गई है, क्योकि इस दौड़ में सबसे आगे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ है, क्योकि उन्होंने यूपी में भाजपा को दूसरी बार भी शानदार जीत दर्ज करा करके पीएम कुर्सी पर अपना दावा मजबूत किया है, जिसके चलते भाजपा के अंदर मौजूद गुजरात कैडर में खलबली मच गई है, जिसकी वजह से नई नई रणनीति बनाई जा रही है यह उसी का हिस्सा लगता है। राजनीतिक जानकार भी अमित शाह के बयान को पीएम मोदी जी को खुश करने वाला ही बता रहे है क्योकि अमेरिका ने जिस तरह अफगानिस्तान के काबूल में ड्रोन से हमला करके अलकायदा चीफ अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया, उसकी अनुमति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स नही ली होगी? उसी तरह ही अमेरिका सीनेट के ताइवान यात्रा के बाद एशिया में जो तनाव की स्थिति पैदा हुई है उसके बारे में भी नही पूछा होगा, अन्यथा ऐसी स्थिति नही बनती, क्योकि देश इन दिनों यूके्रेन व रूस की लड़ाई के चलते महंगाई से परेशान है ताइवान और चीन के बीच लड़ाई से समस्या का विस्तार ही होगा। भाजपाई जरूर दावा करते है कि मोदी सरकार में देशा का कद बढ़ा है, जिसे गूहमंत्री अमित शाह ने उसका विस्तार तो किया है लेकिन धरातल में हालात बिलकुल भी उलट है। देश में हालात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा सोशल मीडिया की डीपी में तिरंगा लगाने की अपील को आरएसएस तक खारिज कर दिया है।