April 30, 2025

भारत के एक्शन का रिएक्शन क्या बांग्लादेश में हुआ

दुर्गा पंडालों व मंदिरों में हुई तोड़तोड़, 22 जिलों में तैनात करनी पड़ा अद्र्धसैनिक बल
भारत सुनिश्चित करें धर्म के आधार पर फूट ना पड़े – शेख हसीना

दुर्गापूजा के अवसर पर बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर की गयी तोडफ़ोड से वहां पर दंगे भड़कने पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का कहा कि भारत को सुनिश्चित करना चाहिए कि धर्म के आधार पर फूट ना पड़े, क्योकि भारत में होने वाली इस तरह की घटनाओं का असर बांग्लादेश पर पड़ता है, और हिन्दुओं पर हमले होते हैं। सवाल यह है कि मोदी सरकार की हिन्दुत्व की राजनीति के चलते कभी भारत का हिस्सा रहे बंाग्लादेश में हिन्दुओं को प्रताणना का शिकार तो नही होना पड़ रहा है?
मोदी, योगी सरकार को भारत में हिन्दुत्व की राजनीति का लाभ मिल रहा हैं और वह हर चुनावों मेंं हिन्दुत्व के सहारे सत्ता तक काबिज होने की रणनीति भी बना रही है, लेकिन कभी भारत का हिस्सा रहे बांग्लादेश पर मोदी सरकर के इस एजेंडे असर पडऩे की बात बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कर कही ना कही बांग्लादेश में हिन्दू मुस्लिम लड़ाई में अपना दामन को बचाने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हिंदू मंदिरों और दुर्गा पंडालों को भारत की किसी विशेष घटना से नही जोड़ा है, लेकिन कहा कि जो लोग हमारे देश में 1975 के बाद सत्ता में आये उन्होंने लोगों को विभाजित करने के लिए धर्म का इस्तेमाल किया। दुनिया मेें फैले आतंकवाद का हमारे देश पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि इसका मुकाबला करना सिर्फ हमारी जिम्मेदारी नही है, बल्कि भारत जैसे पड़ोसी देशों को भी इसक लिए सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत ने 1971 में मुक्ति संग्राम में हमारी मदद की और हम उस समर्थन के लिए हमेशा आभारी रहेंगे। ज्ञात हो कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान कुछ अज्ञात मुस्लिमों उपद्रवियो ने हिंदू मंदिरों में तोडफ़ोड की इस घटना में चार लोगों की मौत और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए ,इसके बाद सरकार ने 22 जिलों में अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती करनी पड़ी। प्रधानमंत्र शेख हसीना ने घटना के जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाने की बात कही है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि जिस तरह से बंाग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस पूरे विवाद को भारत में घटने वाली घटनाओं से इस मुद्दे को जोड़ है उससे मोदी सरकार सीधे तौर पर बांग्लादेश सरकार को हिन्दुओं की सुरक्षा को लेकर कोई कड़ा संदेश नही दे सकती है,जैसे वह देश में देती नजर आ रही है। ऐसे स्थिति में मोदी सरकार के रहते कही ना कही बांग्लादेश व पाकिस्तान के हिन्दुओं के साथ ही मंदिरों पर खतरा बढ़ गया है। इस विवाद पर हिन्दू धार्मिक नेताओं का कहना है कि यह सब साजिश के तौर पर किया गया है, उपद्रवियों की मंशा दुर्गा पूजा समारोह में बाधा पहुंचाने की है। हिन्दू नेताओं ने सरकार से हिन्दू मंदिरों की सुरक्षा की मांग की गई है। इस मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमें बांग्लादेश में धार्मिक आयोजनों के दौरान हमले की रिपोर्ट मिली है। हम बंाग्लादेश सरकार के साथ संपर्क में हैं। बांग्लादेश सरकार ने पुलिस और दूसरी सुरक्षा व्यवस्थाएं की है, लेकिन बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना के उस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नही दी।

मोदी सरकार में हिन्दू कमजोर हुआ क्या?

मोदी सरकार की हिन्दुत्व राजनीति के चलते क्या हिन्दुओं में खतरा और बढ़ गया है, क्योकि कश्मीर में 1990 जैसे हालात पैदा हो गये है और हिन्दू पंडित एक बार फिर पलायन करने को मजबूर हो गये है, जिससे कश्मीर में हिन्दू पंडित और भी कम होने का खतरा मंडराने लगा है वही बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के अवसर पर हिन्दू मंदिरों व दुर्गा पंडालों को निशाना बनाया गया है, इस विवाद में चार लोगों की मौत भी हो गयी है, कश्मीर की तरह ही बांग्लादेश में भी हिन्दू अपने आपकों असुरक्षित महसूस करने लगे है। ऐसे में सवाल तो उठता हे कि मोदी सरकार में हिन्दू मजबूत हुआ है या कमजोर,

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *