जनता को बेवकूफ बनाने के लिए आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति हुई शुरू
दुनिया में सर्वाधिक कोरोना संक्रमण मामले आने के बाद भी चुनाव प्रचार, कुंभ व आईपीएल चालू है
मोदी सरकार ने कोरोना महामारी का मुकाबला इतने शानदार तरीके से किया कि विकसित देश भी पीछे रहे गये, कोरोना की लड़ाई के बाद दुनिया में मोदी का कद बढ़ा है , कोरोना की पहली लहर के दौरान यह कहना था मोदी सरकार व उनके समर्थकों को। एक साल बाद आयी कोरोना की दूसरी लहर ने मोदी सरकार द्वारा कोरोना लड़ाई की जमीनी सच्चाई सामने ला दी है। वैक्सीन व अन्य सुविधाएं विकसित होने के बाद भी प्रतिदिन ढेड़ लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित मामले सामने आ रहे है जो पूरी दुनिया में सर्वाधिक है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ, हर्षवर्धन बढ़ते कोरेाना संक्रमण के लिए कांग्रेसी राज्यों को दोषी साबित करके मोदी सरकार व भाजपा का बचाव कर रहे है जबकि भाजपाशासित राज्यों में भी कोरेाना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी टीम पश्चिम बंगाल चुनाव में कोरेाना की गाईडलाईन का उल्लंघन के करके चुनाव प्रचार में पूरी तरह से व्यस्त है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आईपीएल, कुंभ मेला, के साथ ही विधानसभा चुनाव में हो रहे है, ऐसा आयोजन दुनिया के किसी दूसरे हिस्से में नही हो रहा है, इसलिए तो कहा जाता है कि मोदी है तो सब कुछ मुमकिन है।
कोरोना की दूसरी लहर ने मोदी सरकार की कोरेाना की लड़ाई की पोल खोल कर रख दी, क्योकि मोदी सरकार के मंत्री व समर्थक कोरोना की पहली लहर के दौरान जनता को यह बताने का प्रयास करते दिखाई दिये थे कि स्वास्थ्य का आधारभूत ढ़ाचा ही नही था, उसे मजबूत किया गया है, लेकिन मजबूती के बाद भी कोरोना की दूसरी लहर का मुकाबला करने में मोदी सरकार क्येा पूरी तरह से असफल नजर आ रही है, जबकि वैक्सीनेशन का काम के साथ ही टेस्टिंग व ट्रेर्सिंग का काम करने का दावा भी किया जा रहा है। इसके बाद भी कोरोना संक्रमण को रोक पाने में असफल ही साबित हुई है अभी तक मोदी सरकार। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरेाना के बढऩे के लिए कांग्रेस शासित राज्यों पर निशाना साध कर अपना पल्ला झाडऩे का प्रयास किया है जबकि भाजपा शासित राज्यों की हालत भी ठीक नही है। देश में कोरोना जैसे गंभीर मुद्दे पर भी आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करके आम जनता के जीवन के साथ राजनीतिक दल खिलवाड़ ही कर रहे है, क्योकि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना संक्रमण के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार बता कर कांग्रेसशासित राज्यों का बचाव किया था। जिस तरह से कोरेाना को लेकर आरोप- प्रत्यारोप की राजनीति जोर पकडऩे लगी है वह साबित करता है कि जनता को कोरोना की पहली लहर के दौरान बेवकूफ बनाने का काम इस विश्वास के साथ किया गया था कि दूसरी लहर नही आयेगी, परंतु कोरोना की दूसरी लहर ने राजनीतिक पार्टियों की रणनीति पर पानी फेर दिया, इसलिए बचाव के लिए अब आरोप प्रत्यारोप का पुराना खेल खेलकर जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश शुरू हो गयी है। देश के कई हिस्सों में कोरेाना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन का लगना ही इस बात का प्रमाण है कि सरकार के पास कोरेाना से लडऩे के लिए पर्याप्त इंतजाम नही है, सिर्फ जनता को घरों में कैद करके ही इस लड़ाई को लडऩे का पूराना तरीका आजमाया जा रहा है।
रामबाण ईलाज, लॉकडाउन का उपयोग मोदी सरकार क्यो नही कर रही?
मोदी सरकार को कटघरे मेें खड़ा किया, कांग्रेस सरकार को क्यो नही?