स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने असम को कोरोना मुक्त बनाया, मास्क की जरूरत से किया इंकार
कोरोना संक्रमण के मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाईन से अलग जाते हुए असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा का कहना है कि असम के लोगों को कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क लगाने की कोई जरूरत नही है, क्योकि असम में अब कोरेाना वायरस नही है। उनका यह बयान तीसरे चरण के चुनाव के पूर्व आया है, जिससे आम जनता के साथ ही साथ राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम जनता को मास्क व सोशल डिस्टेंशिग का पालन करने की बात कह रही है लेकिन दूसरी तरफ उन्ही के पार्टी के नेता व असम के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि असम में कोरेाना वायरस से बचने के लिए मास्क की जरूरत नही है। गौरतलब है कि पूर्व में भा भाजपा के कई नेता कोरोना के बचाव के तरीके बता चुके है। पहली बार भाजपा के नेता ने असम में कोरेाना वायरस नही होने की बात कही है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर स्वास्थ्य मंत्री रहते हेमंत बिस्वा सरमा ने इतना बेहत्तर काम किया है कि असम में कोरेाना का प्रवेश वर्जित हो गया है तो इसे ही चुनावी मुद्दा बना कर भाजपा असम में जहांं पुन: सरकार बना लेती वही पश्चिम बंगाल की जनता से वादा कर सकती थी कि अगर पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनी तो यहां भी कोरोना का प्रवेश वर्जित कर दिया जायेगा असम की तरह। असम चुनाव के दौरान जिस तरह से भाजपा नेता हेमंत बिस्वा सरमा बयानबांजी कर रहे है वह इस बात के संकेत है कि सत्ता खोने का डर सताने लगा है इसलिए वह बेतुकी बयानबांजी करके लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने का प्रयास कर रहे है पूर्व में उक्त नेता कहा चुके है कि भाजपा को मुसलमानों के वोट की जरूरत नही है।