May 1, 2025

कोरेाना की दूसरी लहर की चपेट में छत्तीसगढ

कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन का प्रयोग जारी है
छत्तीसगढ़ लॉकडाउन से जरूर प्रभावशाली हो सकता है, जिले लॉकडाउन की जगह

छत्तीसगढ़ में कोरेाना संक्रमण को रोकने के लिए दुर्ग , बेमेतरा के बाद राजनांदगांव व धमतरी में लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है, वही दुकानों के खोलने के समय में भी कटौती की गयी है, सवाल यह है कि इन प्रयासों से क्या कोरोना संक्रमण रूक जायेगा, यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योकि जिन जिलों में ऑलडाउन लगाया गया है, उन क्षेत्रों में क्या पूरी तरह से परिवहन सेवा भी बंद नही हो पायेगी? जानकारों की मानें तो लॉकडाउन के बाद भी आवागमन सूचारू रूप से चालू रहेगा क्योकि रायपुर व जगदलपुर में लॉकडाउन नही होने के कारण निश्चित ही बस सेवाएं पूर्व की तरह ही चलेगी और यात्रियों का आना जाना भी जारी रहेगा, दुर्ग,रेल्वे का बड़ा स्टेशन होने के कारण यहां पर भी आवागमन चालू रहेगा। जब आवागमन चालू रहेगा तो लॉकडाउन की उपयोगिता अपने आप ही खत्म हो जाती है। वही दिन भर बाजार खूला रहने के बाद शाम को जल्द बंद कर देने से कोरोना संक्रमण कैसे रूकेगा यह भी ऐसा सवाल है जो आम जनता के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है, शनिवार को राज्य में 5,818 मामले मिले है, छोटे से राज्य में जिस तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उससे आम जनता के भी होश उड़ गये है। कोरेाना की पहली लहर के दौरान मोदी सरकार के द्वारा एतिहासिक लॉकडाउन लगाने के बाद भी कोरोना संक्रमण में कमी नही आयी थी जबकि आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था, वर्तमान में कोरेाना की दूसरी लहर बेबाकू होती जा रही है, ऐसे समय में प्रयोग करने की जगह ठोस फैसले लेने चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि लॉकडाउन का फायदा कम और नुक्सान ज्यादा है। सवाल यह है कि राज्य में जो लॉकडाउन का प्रयोग किया जा रहा है क्या टाईम पास के लिए तो नही हो रहा है, क्योकि पूर्ण छत्तीसगढ़ लॉकडाउन से कोरेाना संक्रमण पर लगाम लगायी जा सकती है लेकिन कुछ जगहों पर लॉकडाउन लगा कर सिर्फ जनता को परेशान किया जा रहा है।

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