भाजपा ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिड़े को शिवसेना को खत्म करने की जिम्मेदारी सौंपी? जिस पर पूरी ईमानदारी से काम कर रहे है
महाराष्ट्र में शिवसेना के हिन्दुत्व वोटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए भाजपा ने शिवसेना में बगावत को शह देने के साथ ही महाराष्ट्र में शिवसेना को बागी नेता एकनाथ शिंडे को मुख्यमंत्री बना कर शिवसेना को कमजोर करने की अहम जिम्मेदारी दी है, जिसमें वह पूरी तरह से खरे उतरने हुए दिखाई दे रहे है। ठाणे के 67 से 66 कार्पोरेटर्स का एकनाथ शिंडे के पाले में आना साबित करता है कि बगावत के बाद उद्धव ठाकरे की पकड़ शिवसेना में लगातार कमजोर होती जा रही है, ऐसे में सवाल उठने लगा है कि उद्धव ठाकरे शिवसेना का चुनाव चिन्ह धनुष-बाण बचा पायेगें? क्योकि शिवसेना कीआपसी लड़ाई को मोहरा बना कर चुनाव आयोग इस चुनाव चिन्ह पर रोक लगा सकती है, भाजपा भी संभवत: यही चाहती है, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मोदी सरकार जो चाहे वह चुनाव आयोग नही करेगा इसकी उम्मीद किसी को नही है।
हिन्दुत्व की मजबूती के लिए शिवसेना को तोड़ा मोदी सरकार ने
महाराष्ट्र में हिन्दुत्व वोट की लड़ाई मेें भाजपा की पकड़ मजबूत होती दिखाई दे रही है वही शिवसेना में बगावत के चलते उद्धव ठाकरे की पकड़ लगातार कमजोर होती जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है कि कानूनी दृष्टि से शिवसेना से कोई धनुष बाण नही ले सकता है,ये शिवसेना का है और हमेूशा रहेगा। उन्होंने कहा कि शिवसेना को नए चुनाव चिन्ह के बारे में सोचने की जरूरत नही है। शिवसेना के बगावत के बाद बागी गुट भी अपने आपकों असली शिवसेना बता कर शिवसेना के चुनाव चिनह पर कब्जा करना चाहता है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि शिवसेना की आपसी इस लड़ाई के चलते चुनाव आयोग पर कही ना कही शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर रोक लगाने का अतिरिक्त् दवाब रहेगा, क्योकि भाजपा महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए शिवसेना को पूरी तरह से खत्म करना चाहती है, इसके लिए वह चुनाव चिन्ह पर रोक लगाने का हर संभव प्रयास करेगी। ठाणे के बाद शिवसेना में बगावत के स्वर पालघर,कल्याण,डोम्बिवली और भिंवडी में भी उभरने के साथ ग्रामीण क्षेत्रो में भी सुगबुगाहट शुरू हो गई है, निश्चित ही आने वाले समय में अन्य क्षेत्र्त्रों में भी शिवसेना छोड़कर एकनाथ गुट में शामिल होगें। शिवसेना की हर बगाावत उद्धव ठाकरे को उसके चुनाव चिन्ह धनुष बाण से दूर करती जायेगी।