बस्तर कैसे जीतेगा कोरोना के खिलाफ जंग?
कोरोना के मामले जिले में बढ़ रहे है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नही आया है। कोरोना की जांच कराने वालों के परिजन रिपोर्ट के लिए चक्कर लगा रहे है, सवाल उठता है कि ऐसे मेें स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन कोरेाना की खिलाफ जंग कैसे जीतेगा? क्या सिर्फ धारा 144 लगा देने से कोरोना संक्रमण रूक जायेगा?
शहर में रहने वाला जागरूक परिवार कोरोना की संभावनाओं को देखते हुए 23 मार्च को महारानी अस्पताल में टू्र नॉट की जांच करवाई, लेकिन इसकी रिपोर्ट आज 28 मार्च तक नही मिलने से सवाल उठता है कि स्वास्थ्य विभाग इतनी लापरवाही से कोरेाना जैसे महमारी के खिलाफ जंग लड़ेगा तो कैसे बस्तर जीतेगा? स्वास्थ्य विभाग ने टू्र नॉट की रिपोर्ट का समय जरूर 12 से 1 बजे तक निर्धारित किया है जबकि हालात को देखते हुए संबंधितों को जल्द से जल्द एसएमएस से रिपोर्ट भेजने की योजना पर काम किया जाना चाहिए। रिपोर्ट नही मिलने के कारण लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है, कि क्या वह जांच करा करके कोई बड़ी गलती कर दिये है। जिला प्रशासन ने जरूर कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए शहर में धारा 144 लगा कर लोगों को बगैर काम के बाहर निकलने से रोकने का प्रयास किया है लेकिन सवाल यह है कि जब तक स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना की जांच व उसकी रिपोर्ट देने में लापरवाही बरतता है तो कोरेाना संक्रमण को लगाम कैसे लग पायेगी। स्वास्थ्य विभाग की इस मनमानी के कारण लोगों में कोरेाना की जांच के प्रति रूचि कम कर सकती है । प्रदेश व देश के साथ ही साथ जिले में भी कोरोना के मामलों में इजाफा होने से कारण एक बार फिर लोगों में संशय की स्थिति बनती जा रही है कि कही लॉकडाउन तो नही लग जायेगा?