पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने भी मोदी सरकार की कार्यवाही पर सवाल उठाये
राम राज्य लाने का दावा करने वाली मोदी सरकार सऊदी अरब की नाराजगी के बाद अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपूर शर्मा को पार्टी से निलंबित करके अकेला छोड़ दिया जाना भापजा समर्थकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है । भगवान राम ने सीता का अपहरण करने वाले ताकतवर रावण को मार गिराया था, लेकिन ताकतवर मोदी सरकार कतर जैसे छोटे देश की नाराजगी भी हिन्दुत्व के उभरते नये महिला चेहरे को ही पार्टी ने बाहर करके हिन्दू राष्ट्र का सपना देख रहे लोगों को नाराज कर दिया।
हिन्दू राष्ट्र बनाने पर भी सवाल गहराया ?
नारी सम्मान की चिंता करने वाली भाजपा अपनी प्रवक्ता को बीच मझधार में छोड़ा
मोदी सरकार, गोदी मीडिया के साथ मिलकर हिन्दू मुस्लिम राजनीति की मजबूत जमीन तैयार करके इस बात का माहौल बनाने में सफल रही , इसी जमीन को मजबूर करने के लिए भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी कर दी, मुस्लिमों द्वारा विरोध किये जाने के बाद भाजपाईयों का भरपूर समर्थन मिला। कतर द्वारा नाराजगी जाहिर करने के बाद मोदी सरकार ने आनन फानन में नुपूर शर्मा को पार्टी से निलंबित करने के साथ ही उनके बयान को शरारती तत्व का बयान बताने में भी देरी नही करके उन्हें अकेले छोड़ दिया, जिसके साथ एक दिन पूर्व तक पूरी भाजपा खड़ी थी। भाजपा की इस कार्यवाही के बाद आम जनता में चर्चा का विषय बन गया कि मुश्किल के वक्त अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता को पार्टी से निलंबित करने वाली पार्टी कैसे देश में रामराज्य लायेगी ? क्योंकि भगवान राम, सीता का अपहरण करने वाले रावण को मार गिराया था, तो मोदी सरकार कतर जैसे देश के दबाव में आकर अपनी प्रवक्ता को ऐसे वक्त निकल दिया जब उन्होनें पुलिस से जान से मारने की शिकायत की है। यह घटना बताती है कि मोदी सरकार को हिन्दुत्व से ज्यादा व्यापार की चिंता है। भाजपा समर्थक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ भी मोदी सरकार की इस कार्यवाही से नाराज है, उनका कहना है कि जो संगठन और दल अपने घर की महिलाओं का सौदा कर उन्हें भेडियों को सौप कर शत्रु से महान होने का प्रमाण पत्र पाने की दौड़ में लग जाए, उसे समाज समाप्त कर देता है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ के हिसाब से मोदी सरकार की उलती गिनती शुरू हो गई है, जिसका वह अभी तक सार्वजनिक रूप से समर्थन करते आ रहे थे।