ओआईसी ने जम्मू कश्मीर के परिसीमन पर सवाल उठा कर मोदी सरकार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने की कोशिश की
इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी पूर्व में भी देश में मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार पर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश करता रहा है, अब जम्मू कश्मीर के परिसीमन पर सवाल उठाया है? ओआईसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा का कहना है कि परिसीमन के माध्यम से कही ना कही कश्मीरी लोगों के अधिकारों के उल्लंधन की कोशिश की जा रही है। परिसीमन की कार्रवाही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और अंतरराष्ट्रीय कानून का सीधा उल्लंधन है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ओआईसी लगातार देश के अंतरिक मामलों में टिप्पणी करके कही ना कही मोदी सरकार को घेरने का प्रयास करके विश्व स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को धूमिल करने का कोशिश कर रहा है। मोदी सरकार को ओआईसी की टिप्पणी को गंभीरता से लेते हुए ओआईसी संगठन की भाषा में जवाब देना चाहिए, क्योकि जिस तरह से देश मेें ताकतवर सरकार के रहते हुए लगातार देश के अंतरिक मामलों पर बयान देकर अंतरराष्ट्रीय पटल पर बदनाम करके देश को विश्व गुरू बनने से रोकने की कोशिश कर रहा है, जिसके चलते मोदी सरकार में भारत के विश्व गुरू बनने में बाधा आ सकती है। मोदी सरकार जिस तरह से देश में विपक्षी दलों पर नकेल कसी है उसी तरह ही ओआईसी पर भी नकेल कसने की जरूरत है।