साढ़े सात सालों में पीएम ने पत्रवार्ता क्यो नही की, इस रहस्य से पर्दा उठा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व आर्थिक मंच के दावेस एजेंडा को संबोधित करते हुए टेलीप्रॉम्प्टर रूक जाने के बाद जिस तरह इधर- उधर देखने लगे, जिसके चलते विश्व पटल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इमेज पर क्या प्रभाव पड़ा यह तो नही पता लेकिन देश में जरूर विपक्षी दलों के साथ आम जनता के निशाने में जरूर आ गये। आगामी विधानसभा के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ टेक्रॉलाजी का धोखा देने से यह स्पष्ट हो गया कि वह बगैर टेलीप्रॉम्प्टर के जब संबोधन नही कर सकते है तो फिर पत्रवार्ता कैसे कर पायेगें इसलिए साढ़े सात सालों में एक भी पत्रवार्ता नही की है, और आगे भी नही करेंगे?
नया वर्ष 2022 का पहला महीना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ताकतवर इमेज को काफी नुक्सान पहुंचाने वाला साबित हुआ है। पंजाब में फ्लाईओवर में जाम में फंसने के मामले पर जिस तरह से प्रधानमंत्री ने राजनीति रूप देने की कोशिश की उसकी चर्चा भी देश भर में हो रही है क्योकि प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी के कंधो पर होने के बाद भी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से राज्य सरकार को जिम्मेदार बता कर कही ना कही राजनीति लाभ लेने का प्रयास किया गया। वही विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद जिस तरह से भाजपा के अंदर ही बगावत के स्वर बुलंद हुए इसकी कल्पना भी पीएम ने नही की होगी? अब टेक्रॉलाजी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ छोड़ती दिखाई दे रही है। विश्व आर्थिक मंत्र के दावेस एजेंडा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का टेलीप्रॉम्प्टर रूक गया। जिसके बाद वह इधर उधर देखने लगे। सोशल मीडिया में वायरल हो रही इस क्लिप ने विपक्षी दल के नेता चुटकी लेने लगे। राहुल गांधी ने कहा कि इतना झूठ टेलीप्रॉम्प्टर भी नही झेल पाया। वही सुप्रीया श्रीनेत ने लिखा कि टेलीप्रॉम्प्टर फेल, भाषण ढेर। सपा नेता आईपी सिंह ने कहा कि आज पढऩे वाली मशीन टेलीप्रॉम्प्टर ने धोखा दे दिया फिर साहब पसीना पसीना हो एक। अलग-बगल झांकने लगे। इसलिए कहा गया है बार बार नकल मत करों, अकल से काम करो। लेकिन साहब है कि मानते नहीं। फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने कहा कि दुखद यह हे कि डब्ल्यू ईएफ संबोधन में टेलीप्रॉम्प्टर फेल होते ही नरेंद्र मोदी एक शब्द मतलब एक शब्द तक नही बोल पाए और उससे बाद की हकलाहट तो और भी तकलीफदेह है। भारत की 140 करोड़ जनता को आज पता चल गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 साल से प्रेस कॉन्फ्रेस क्यों नही कर रहे हैं। वही टेलीप्रॉम्प्टर बंद हो जाने से मोदी जी का जो मजाक देश भर में उड़ा उससे कई लोगों की नौकरी जाएगी।