May 1, 2025

पुलवामा सुरक्षा चूक मामले पर किस पर कार्यवाही की मोदी सरकार ने?

इस आंतकवादी घटना में 40 जवान शहीद हुए थे, पंजाब में हुई सुरक्षा चूक सिर्फ अनुमानों पर आधारित है।

लोकसभा चुनाव के पूर्व कश्मीर के पुलवामा में आंतकवादियों के द्वारा गये गये हमले में 40 जवान शहीद हो गये थे, उस वक्त पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्लाईओवर में 20 मिनट जाम में फंसे रहने की तरह सुरक्षा में चूक की तरह हो हल्ला नही किया था, जबकि भाजपा सेना का राजनीतिक फायदा उठाने में किसी भी प्रकार का परहेज नही करती है। आतंकवादियों के द्वारा सुनियोजित तरीके से इतनी बड़ी घटना को अंजाम देना सीधे सीधे सुरक्षा में सेंधमारी थी, इसके बाद भी इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल कर भाजपाई और गोदी मीडिया ने सर्जिकल अटैक को ही महत्व देकर कही ना कही जनता को गुमराह किया। केेंद्रीय बल ने गृह मंत्रालय ने सड़क मार्ग के असुरक्षित बता कर हवाई सुविधा की मांग भी की थी, लेकिन उसे नजर अंदाज कर दिया गया था, इस घटना के बाद गृहमंत्रालय ने हवाई सुविधा की भी मंजूरी प्रदान कर दी।

जनता की भावनाओं से खेलना जानती हेै भाजपा

चुनावों में जनता को भावनाओं के साथ भाजपाई नेता खेलने मे माहिर है। लोकसभा चुनाव के वक्त कश्मीर के पुलवामा में आंतकवादियों ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के बड़ा हमला किया, इस हमले पर 40 जवान शहीद होने के साथ ही बड़ी संख्या में जवान घायल भी हुई। केंद्र में मोदी सरकार और राज्य में राज्यपाल शासन होने के कारण इस सुरक्षा में चूक की जिम्मेदारी मोदी सरकार की बनती थी, लेकिन भाजपाई गोदी मीडिया के साथ मिल कर इस पूरे मामले की दिशा बदलते हुए मोदी सरकार की पाकिस्तान पर की गयी सर्जिकल अटैक पर फोकस करके सुरक्षा में हुई चूक के मामले को रफा दफा कर दिया, आज भी यह सवाल बना हुआ है कि इतना बड़ी मात्रा में आरडीएक्स आया कैसे? इस घटना के बाद मोदी सरकार द्वारा की गयी जवाबी कार्यवाही के तहत की गयी सर्जिकल अटैक का राजनीतिक लाभ भाजपा को लोकसभा चुनाव में मिला। पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दौरे के दौरान फ्लाईओवर में 20 मिनट जाम में फंसे रहने के मामले को गोदी मीडिया व भाजपाई सुरक्षा में हुई चूक बता कर पंजाब सरकार को घेरने की हर संभव कोशिश कर रहे है, जबकि यह सर्वविदित है कि पीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी के कंधो पर है, राज्य सरकार सिर्फ इसमें सहयोग ही प्रदान करता है, इसके बाद भी भाजपाई और गोदी मीडिया केंद्रीय गृहमंत्रालय को निशाना बनाने की जगह राज्य सरकार की कंधो पर सुरक्षा में हुई चूक को जिम्मेदार बता कर कही ना कही आगामी विधानसभा चुनाव की नैय्या पार लगाना चाहता है।

झीरम में सुरक्षा चूक के लिए कौन जिम्मेदार

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नजर में सुरक्षा की चूक इतना गंभीर मामला था तो पुलवामा में हुई सुरक्षा चूक का मामले के जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही क्यो नही की गयी? छत्तीसगढ़ के बस्तर में भाजपा सरकार के दौरान कांग्रेसी नेताओं के एक निर्धारित कार्यक्रम में पर्याप्त सुरक्षा नही देने के कारण नक्सलियो ने झीरम घाटी में प्रदेशाध्यक्ष नंद कुमार पटेल, कांग्रेस नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंन्द्र कर्मा सहित कई कांग्रेसी नेताओं को मार डाला। भाजपाई इसे कांग्रेस का अंदरूनी लड़ाई बता कर अपनी सुरक्षा चूक से बच निकलें। जबकि सुरक्षा में हुई चूक के लिए सीधे सीधे राज्य सरकार जिम्मेदार थी लेकिन किसी भी भाजपाई ने पंजाब सरकार की तर्ज पर राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग नही की। भाजपा पीएम की सुरक्षा में हुई चूक का मामला पंजाब में हुआ हेै जहां पर कांग्रेस की सरकार है इसलिए इतना तूल दे रही है। क्योकि पूर्व में यूपी में भी पीएम के काफिले को इलाहाबाद में लड़कियों के द्वारा रोका गया था उस वक्त सुरक्षा में चूक पर इतनी राजनीति नही हुई थी।

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