May 1, 2025

शिकार करने वाले, खुद शिकार हुए

अंजमा ओम कश्यप ने माना कि मोदी सरकार ने गलत इत्र व्यापारी के यहां छापा मारा

उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद मोदी सरकार की कसीदे पढऩे वाली पत्रकार अंजमा ओम कश्यप ने भी सार्वजनिक तौर पर यह मानने को मजबूर होना पड़ा कि मोदी सरकार ने कानपुर के इत्र व्यापारी पीयुष जैन के यहां गलती से छापा मारा गया। यह खुलासा यूपी और देश की जनता को सोचने पर मजबूर करता है कि मोदी सरकार में जिस तरह से किसानों के आंदोलन को कमजोर करने के लिए लखीमपुर में किसानों के ऊपर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा ने सुनियोजित तरीके से गाडी से किसानों को कुचला उसी तरह ही समाजवादी पार्टी की आर्थिक कमर तोडऩे के लिए छापेमारी की कार्यवाही की गयी लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था, जिसकी वजह से गलत जगह छापा पड़ गया, जिसका उल्लेख सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी किया था लेकिन उनकी बातों को किसी ने गंभीरता से नही लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमीत शाह ने जरूर पीयुष जैन के यहां मिली लगभग दो सौ करोड़ की नगदी पर अखिलेश यादव को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास भी किया, लेकिन बाद में इस पूरे मामले को रफा दफा करने के प्रयास कि साथ ही इत्र व्यापारी पुष्पराज जैन के यहां कार्यवाही की गयी। गौरतलब है कि पिछले यूपी चुनाव के पूर्व मोदी सरकार ने नोटबंदी के माध्यम से दूसरी पार्टियों की आर्थिक कमर तोड़ दी थी, उसी रणनीति के तहत ही इस बार भी विधानसभा चुनाव के पूर्व समाजवादी पार्टी से जूडे लोगों के यहां छापेमारी की कार्यवाही की गयी क्योकि योगी सरकार को सपा से सर्वाधिक खतरा है।

सपा की आर्थिक कमर तोडऩे की कोशिश के तहत छापेमारी की गयी

कभी कभी पत्रकार दूसरे को शिकार करने के चक्कर में खुद ही शिकार हो जाते है। ऐसा ही कुछ पत्रकार अंजना ओम कश्यप के साथ हुआ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि क्या बीजेपी से गलती नही हुई जो अपने ही आदमी पर छापा मरवा दिया। जिस पर पत्रकार को कहना पड़ा कि बिलकुल जो सच था वह हमने दिखाया भी। अलिखेश ने पूछा कि बताइए सच क्या था? जिस पर पत्रकार को कहना पड़ा कि सच यही था कि गलत जानकारी के कारण अपने ही नेता पर छापा पड़ गया। अखिलेश यादव ने कहा कि मैं आपकों धन्यवाद देता हूं। यह वीडिया सोशल मीडिया में चर्चा का विषय इसलिए बन गया है क्योकि विधानसभा चुनाव के पूर्व सुनियोजित तरीके से पिछले विधानसभा की तर्ज पर आर्थिक कमर तोडऩे के लिए समाजवादी पार्टी से जूडे नेताओं के घरों पर छापे मारी की कार्यावाही मोदी सरकार द्वारा की गयी जिसके चलते गलती से पीयुष जैन के यहां छाप पड़ गया। पीयूष जैन के यहां नगदी दो सौ करोड़ रूपये मिलनेका सहारा लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने सपा पर निशाना साधा कि वह इसका श्रेय लेने क्यो सामने नही आ रहे है। लेकिन बाद में स्पष्ट हो गया कि मामला उल्टा पड़ गया है, जहां पीयूष जैन के मामले को दबाने का प्रयास किया किया वही सपा से जूडें पुष्पराज जैन के यहां भी छापेमारी की कार्यवाही की गयी। यह घटना स्पष्ट करती हेै कि मोदी सरकार चुनाव जीतने के लिए कितनी कारगर रणनीति बनाती है। अंजना ओम कश्यप का यह खूलासा कि गलत जगह छापा पड़ गया स्पष्ट करता है कि मोदी सरकार के राज में जो मोदी सरकार का समर्थक है वही व्यापारी सुरक्षित है अन्यथा कब किसके यहां छापा पड़ जाये कोई नही जानता। यह सब लोकतंत्र की मजबूती के नाम पर किया जा रहा है।

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