राहुल गांधी पर टीएमसी के द्वारा उठाये जा रहे सवालों का करारा जवाब कांग्रेस विधानसभा चुनाव के परिणामों से दे सकती है
विधानसभा चुनाव के पूर्व एक बार फिर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को भगवा संगठन को लेकर बड़े-बड़े दावे करने की बजाय भाजपा के खिलाफ सही तरीके से लडऩा चाहिए, क्योकि कांग्रेस अपने राज्य नही बता पायेगी तो मोदी सरकार को केसे हरा पायेगी? बंगाल में ममता बेनर्जी ने भाजपा को हरा कर मोदी सरकार को हराने की अपनी इच्छाशक्ति देश बंगाल की जनता के साथ ही देश को दिखा चुकी है, कांग्रेस पंजाब में अपनी सरकार को बचा कर यही संदेश दे सकती है कि वह भी मोदी सरकार को हरा सकती है।
टीएमसी ने पूर्व में भी राहुल गांधी के नेत्त्व पर सवाल उठा चुकी थी इसके बाद फिर से कांग्रेस को निशाना साधना कि कांग्रेस भगवा संगठन को लेकर बड़े- बड़े दावे करने की बजाय भाजपा को खिलाफ सही तरीके से लडऩा चाहिए, बताता है कि कांग्रेस जमीनी लड़ाई की जगह सिर्फ जूबानी लड़ाई से जंग जीतने की कोशिश कर रही है। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के परिणाम कांग्रेस के लिए बहुत महत्वपूर्ण माने जा रहे है। पंजाब में कांग्रेस की सरकार है इसलिए गांधी परिवार की अहम जिम्मेदारी है कि वह किसी भी स्थिति में राज्य में अपनी सरकार को बरकरार रखे, इसके साथ ही उत्तराखंड गोवा में सत्ता पर काबिज होने के साथ ही उत्तरप्रदेश में अपनी जमीन मजबूत करती नजर आये तब भी राहुल गांधी के नेत्त्व को लेकर जो सवाल टीएमसी के द्वारा उठाये जा रहे है उसमें कमी आ सकती है। आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पंजाब में अपनी सत्ता गवां देती है तो निश्चित ही यह सवाल गहरा जायेगा कि जो कांग्रेस अपनी सरकार को पंजाब में नही बचा सकी वह मोदी सरकार को कैसे हरा पायेगी। पंजाब में नवजोद सिंह सिद्धू को प्रदेश की कमान सौपने के बाद कांग्रेस के अंदर खींचतानी शुरू हुई है इसलिए नवजोद सिंह सिद्धू के कंधों पर अहम जिम्मेदारी है, कि वह अपनी राजनीतिक ताकत पंजाब में कांग्रेस की सत्ता वापसी से पंजाब के साथ ही देश की जनता को दिखा सकते है। जिस तरह से गांधी परिवार ने सिद्धू पर विश्वास व्यक्त किया, अब सिद्धू की जिम्मेदारी है कि वह भी साबित करे कि गांधी परिवार ने सही व्यक्ति पर दाव खेला है।
नवजोद सिंह सिद्धू के लिए पंजाब चुनाव का परिणाम बहुत महत्वपूर्ण है
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पंजाब का परिणाम नवजोद सिंह सिद्धू के लिए भी अहम है, क्योकि बंगाल की तर्ज पर ही भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव पूरी ताकत के साथ लडऩे की रणनीति बना रही है, अगर सिद्धू पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनाने में सफल हो गये तो वह ममता बेनर्जी की तरह ही भाजपा को हराने वाले नेताओं में अपनी पहचान बनाने में सफल होगें जिसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा।
पंजाब चुनाव का परिणाम जितना नवजोद सिंह सिद्धू के लिए महत्वपूर्ण है, उसी तरह कांग्रेस छोड़ कर आये नयी पार्टी बनाने वाले अमरिंदर सिंह के लिए भी महत्वपूर्ण है, कांग्रेस के पूर्व सांसद अमरीक सिंह अलीवाल ओर पूर्व विधायक हरजिंदर सिंह ठेकेदार, प्रेम मित्तल, फरजाना आलम, और राजविंदर कौर ने कांग्रेस छोड़ कर अमरिंदर सिंह की नयी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का दामन थाम है। अमरिंदर सिंह पंजाब में भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगें लेकिन अभी तक दोनों पार्टियों में सीटों का कोई गठबंधन नही हुआ है।