May 1, 2025

त्रिपुरा सीएम के विवादित बोल जारी है,

लोकतंत्र के सबसे मजबूत स्तंभ अदालत को इस बार निशाना बनाया भाजपा के मुख्यमंत्री बिप्लव देव ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकतंत्र के सबसे मजबूत स्तंभ पर हमला करने वाले मुख्यमंत्री पर कोई कार्यवाही करेंगे

अमेरिका प्रवास के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा था कि दुनिया मे लोकतंत्र खतरे में है उसे बचाने की जरूरत है, इसके बाद भी भाजपा नेता अपनी मनमानी से बांज नही आ कर कही ना कही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरिमा को गिराने में लगे है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव ने सरकारी अधिकारियों से कहां कि वह अदालत की अवमानना की चिंता ना करें, किसी को जेल भेजना आसान नही हैं, क्योकि पुलिस का नियंत्रण उनके पास है। मुख्यमंत्री के बयान स्पष्ट करता कि त्रिपुरा में कानून का नही बिप्लव देव का राज चलता है, अदालत की अवमानना करने वालों को भी जेल नही होगी की बात कहना अप्रत्यक्ष रूप से अदालत के फैसलों को अवमानना के लिए प्रेरित करना वाला है, जिससे कानून का भय लोगों में खत्म होगा। उनके इस विवादित बयान पर अभी तक भाजपा के आलाकमान का कोई प्रतिक्रिया नही आयी है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका प्रवास के तत्काल बाद भाजपा के मुख्यमंत्री का इस तरह का बयान स्पष्ट करता है कि दुनिया ही नही देश में भी लोकतंत्र खतरे में है जिस पर अमेरिकी प्रवास के दौरान चर्चा हुई, जिनके कंधो पर लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी है वह मौन साधे हुए है। माकपा के राज्य सचिव जितेंद्र चौधुरी का कहना है कि उनके बयान से पता चलता है कि वह न्यायपालिका का सम्मान नहीं करते हैं जो लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। वही तृणमूल कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री के बयान की आलोचना करते हुए सुप्रीम कोर्ट से इसका संज्ञान लेने का अनुरोध किया है।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव अपने विवादित बयानों को लेकर आये दिनों विवादों में बने रहते है, ताजा विवाद भारतीय लोकतंत्र के सबसे मजबूत स्तंभ अदालत पर है जिसमें उन्होंने अधिकारियों को अदालत की अवमानना की चिंता ना करने की बात कही है। मुख्यमंत्री बिप्लव देव पूर्व में महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट होने का दावा कर चुके है जिसके चलते ही संजय से धृतराष्ट्र को आखों देखा हाल सुनाया था। इसके बाद मिस यूनिवर्स डायना हेडन को इंडियन व्यूटी नहीं है, डायना हेडन की जीत फिक्स थी, जिस तरह से मोदी सरकार में पकोड़ा बेचने को रोजगार की संज्ञा मिली उसी तरह ही बेरोजगारी की समस्या के निदान ने लिए बिप्लव देव ने भी बेरोजगारों से पान की दुकान खोलने और गाय पालने की नसीहत दी, सरकारी नौकरी की तलाश को समय की बर्बादी बताया। मैकेनिकल नही सिविल इंजीनियर्स दें सिविल सर्विसेज की परीक्षा, मैकेनिकल इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले लोगों को सिविल सेवाओं में चयन नही होना चाहिए। भाजपा आलाकमान ने उत्तरखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिलोकी नाथ रावत के विवादित बयानों के चलते उन्हें कुछ ही महीनों मेें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया लेकिन त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पर अभी तक भाजपा आलाकमान किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की है।

मोदी सरकार में लोकतंत्र का विकास हुआ या विनाश?

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