दूसरे पक्ष ने मानहानि का केस तो नही लगाया, संजय सिंह जरूर अदालत जाने की तैयारी कर रहे
राम जन्मभूमि घोटाले में पर संजय सिंह ने अदालत का दरवाजा खटखटाने की बात कह करके इस मामले का नया मोड़ दिया है। अभी तक दूसरे पक्षों के द्वारा मानहानि का केस किये जाने की बात कही जा रही थी, कि आप नेता ने राम जन्मभूमि ट्रस्ट पर गलत आरोप लगाये है। चुनावी वर्ष में राम जन्म भूमि विवाद भाजपा के लिए गले की हड्डी बन गया है। जिससे निकल पाना मुश्किल होता जा रहा है ।राम जन्मभूमि विवाद पर राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ ही संत समाज के द्वारा भी प्रतिक्रियाएं आने लगी है, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य एवं अखिल भारतीय रामजन्मभूमि पुर्नउद्धार समिति के उपाध्यक्ष स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय और सदस्य अनिल मिश्रा को निलंबित कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस विवाद से पूरे देश में ट्रस्ट की फजीहत हो रही है। आप नेता संजय सिंह का कहना है कि इस मामले पर भाजपा चंदा चोर और प्रॉपटी डीलर के पक्ष में खड़ा होना गंभीर बात है। उन्होनें कहा कि इस घोटाले का खुलासा करने के तीन दिनों के बाद भी केंद्र सरकार और भाजपा के द्वारा कोई कार्यवाही नही किये जाने से वह इस मामले पर अदालत जाने की तैयारी कर रहे है। गौरतलब है कि विपक्ष इस पूरे मामले की जांच ईडी व सीबीआई से कराने की मांग कर रहा है लेकिन भाजपा इस पूरे मामले पर ट्रस्ट के बचाव में खड़ी दिखाई दे रही है और किसी भी प्रकार के घोटाले से इंकार किया है, जिसके वजह से यह पूरा मामले पर अब राजनीति हावी हो चुकी है। भाजपा, उत्तरप्रदेश चुनाव के पूर्व पैदा हुए नये विवाद से किस तरह से निपटती है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस पूरे प्रकरण से भाजपा का हिन्दुत्व मुद्दा कमजोर हुआ है, उत्तरप्रदेश में सत्ता की वापसी बगैर हिन्दुत्व के मुद्दे के बगैर संभव नही है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच जारी शीतयुद्ध से भी भाजपा के हिन्दुत्व मुद्दा कमजोर हुआ है। बंगाल चुनाव के बाद घटी राजनीतिक घटनाएं भाजपा व मोदी सरकार के लिए ठीक नही रहे।