किसान आंदोलन के दौरान भी टूलकिट को खूब हवा दी थी भाजपाईयों ने,
विदेशी मीडिया भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरेाना की दूसरी लहर के जिम्मेदार बता रहा है, क्या विदेशी मीडिया में कांग्रेस के इशारों पर काम कर रही है?
कोरोना की दूसरी लहर ने जिस तरह से देश में तबाही मचाई, उससे देश व दुनिया में मोदी सरकार की किरकिरी का सिलसिला जारी है, भाजपा नेता, कोरोना महामारी महामारी के लिए नेहरू को जिम्मेदार नही बता पा रही है, जिस तरह से पेट्रोलियम पदार्थो के लिए पूर्व की सरकारों को बता कर पल्ला झाड़ लिया था। कोरोना की दूसरी लहर की तबाही से हुई मोदी सरकार की बदनामी से बचाने के लिए भाजपा ने अचानक कांग्रेस के टूलकिट का पता लगाकर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की जा रही है कि कांग्रेेस पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के बदनाम कर रहे है। सवाल यह है कि विदेशी मीडिया खूल कर कोरोना की दूसरी लहर के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार बता रहा है। क्या विदेशी मीडिया भी कांग्रेस के दवाब में काम करता है भाजपा की नजर में । वही कोरेाना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से लोगोंं की मौत हुई यह बात जग जाहिर हेै दवाईयों व बेड़ की कमी से भी देश दुनिया अवगत है। जो कही ना कही मोदी सरकार की बदइंतजामी का जीता जागता सबूत है, जिसकी चर्चा हर जगह हो रही है, भाजपा नेता लोगों की इस समस्याओं का निराकरण करने की जगह सिर्फ आरोप प्रत्यारोप की राजनीति में ही व्यस्त नजर आये। इसी दौरान शमशानों के दिन रात शवों को जलाने के मामले सामने आने के बीच ही गंगा में लाशों को बहाने का नया विवाद भी सामने आ गया जो इस बात की तरह संकेत दे रहा है कि सरकारें कोरेाना से मरने वालों का आंकड़े छिपाने के हर संभव प्रयास कर रही है ताकि मोदीसरकार की इमेंज पर किसी भी प्रकार का असर ना पड़े, इसी दौरान गंगा की रेत में भी लाशों के दफन करने का नया विवाद सामने आ गया, जिससे मोदी सरकार के साथ ही योगी सरकार की भी किरकिरी होने लगी। कोरोना की तबाही से मोदी सरकार चारों तरफ से घिरती दिखाई देने लगी तो इस समस्या से निजाद के लिए आजमाया हुआ नुक्सा इस्तमाल किया गया और अचानक कांग्रेस के टूलकिट का मामला सामने लाया गया, ताकि कोरेाना की तबाही से लोगों का ध्यान भटका कर इसके लिए भी कांग्रेस को जिम्मेदार बता दिया जाये। पूर्व में मोदी सरकार हर समस्या के लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार बता पर लोगो की सहानुभूति अर्जित कर ली जाती है, कोरोना की दूसरी लहर की तबाही के बीच ही टूलकिट प्रकरण को गोदी मीडिया के द्वारा भी हवा दी जा रही है ताकि लोगों का दर्द कम किया जा सके और मोदी सरकार की गिरती इमेज को बचाया जा सके। कांग्रेस ने टूलकिट को फर्जी बताते हुए इस पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। गौरतलब है कि किसान आंदोलन के वक्त भी टूलकिट प्रकरण को खूब हवा दी गयी थी लेकिन कोर्ट में नही टिक सका था। भाजपा समस्याओं का मुकाबला करने की जगह आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करके देश की जनता को विगत सात सालों से गुमराह कर रही है,कोरोना काल में जब लोग मर रहे है उस वक्त भी इसी रणनीति पर काम करते हुए टूलकिट मामले का अचानक पर्दापण कराया गया है, और गोदी मीडिया कांग्रेस केा घेरने में लग गया है।